नागेश भोजने
(१)
संसार छोटा
मानव तू है बड़ा
कर प्रार्थना।
(२)
झरना स्वच्छ
प्रकृति की ही देन
जीवनदाता
(३)
प्रिया के संग
उमंग नवरंग
इन्द्र्धनुष
(४)
नट का स्वांग
नकाब ही जीवन
यही पहचान
(५)
चाँदनी रात
पूनम का चाँद है
प्रिया की याद
(६)
नक्षत्र चक्र
मनोविचार वक्र
भाग्य की फिक्र
(७)
संयम गुण
चरित्र बलवान
यही संपत्ति
(८)
व्यावहारिक
मनुष्य की बुद्धि है
दिल आदर्श
(९)
कवि कल्पना
सूरज की किरण
रची कृतियाँ
(१०)
नारी अबला
सोच से उबला है
गृहलक्ष्मी
संसार छोटा
मानव तू है बड़ा
कर प्रार्थना।
(२)
झरना स्वच्छ
प्रकृति की ही देन
जीवनदाता
(३)
प्रिया के संग
उमंग नवरंग
इन्द्र्धनुष
(४)
नट का स्वांग
नकाब ही जीवन
यही पहचान
(५)
चाँदनी रात
पूनम का चाँद है
प्रिया की याद
(६)
नक्षत्र चक्र
मनोविचार वक्र
भाग्य की फिक्र
(७)
संयम गुण
चरित्र बलवान
यही संपत्ति
(८)
व्यावहारिक
मनुष्य की बुद्धि है
दिल आदर्श
(९)
कवि कल्पना
सूरज की किरण
रची कृतियाँ
(१०)
नारी अबला
सोच से उबला है
गृहलक्ष्मी
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